
आगरा। अगर आप नीट क्वालीफाई कर चुके हैं और बजट की वजह से भारत में एमबीबीएस नहीं कर पा रहे हैं, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपके इस सपने को साकार करने के लिए एमबीबीएस अब्रॊड एक्सपो-2025 आपके लिए रास्ता खोल रहा है। शनिवार को कैलाशपुरी रोड स्थित होटल भावना क्लार्क इन में इंटरमोस्ट वेंचर द्वारा इस एक्सपो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ उज्बेकिस्तान के राजदूत सरदोर मिर्जायुसुपोविच रुस्तमबाईव और मेयर हेमलता दिवाकर ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। राजदूत सरदोर रुस्तमबाईव ने बताया कि जो विद्यार्थी नीट पास हैं और 12वीं में 50% से अधिक अंक रखते हैं, वे उज्बेकिस्तान, जॉर्जिया, वियतनाम, अज़रबैजान, कजाकिस्तान, रूस और नेपाल जैसे सात देशों में मेडिकल की पढ़ाई कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यहां का एमबीबीएस कोर्स डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूएफएमई और ईसीएफएमईजी से मान्यता प्राप्त है। भारत से नज़दीक, सुरक्षित और क्वालिटी एजुकेशन की गारंटी के साथ यह एक बेहतरीन विकल्प है। उन्होंने बताया कि कोर्स की अवधि 6 साल है और भारत की तुलना में कम बजट, कम कट-ऑफ और बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे फ़ायदे मिलते हैं। मेयर हेमलता दिवाकर ने कहा कि ये एक्सपो भारतीय युवाओं के लिए एक नई उम्मीद है। कम संसाधनों के बावजूद विदेश में पढ़ाई की यह सुविधा उन सभी छात्रों के लिए एक अवसर है, जो डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं। इस अवसर पर इंटरमोस्ट वेंचर के मैनेजिंग डायरेक्टर विनय सिंह, डायरेक्टर राहुल गौतम, डॉ. निखिल चौहान, डॉ. अलख सिंह, नीलेश कुलकर्णी, डॉ. फारुख वेग, डॉ. सुधीर धाकरे, डॉ. ओपी यादव सहित कई विशेषज्ञ उपस्थित रहे।