
ऋषि चक, स्टेट हैड, एमपी
सागर,एमपी। दलित शोषण मुक्ति मंच की ओर से नरयावली थाने व तहसील के अंतर्गत घटने वाली दलित उत्पीड़न की घटनाओं के विरोध में नरयावली तहसील का घेराव किया गया। जिसमें मुख्य रूप से दलित शोषण मुक्ति के राज्य संयोजक रामबाबू जाटव एवं अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की प्रदेश सचिव प्रीति सिंह उपस्थित रही। जनता को संबोधित करते हुए रामबाबू जाटव ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी के लोग कहते हैं की आजादी 2014 के बाद आई है इसका अर्थ यह है कि भाजपा 1947 व आजादी के लिए लड़ी गई तमाम कुर्बानियों को भुलाना चाहती हैं। प्रदेश के सभी संभागों व जिलों में दलितों पर भयानक शोषण जारी है। नरयावली थाने के अंतर्गत आने वाले मदनपुरा गांव के सीताराम अहिरवार के घर को दबंगों द्वारा जला दिया गया तथा उनकी कृषि भूमि पर कब्जा करने की कोशिश किया जा रहा है। इस तरह की घटनाएं प्रदेश भर में आम है। कृषि योग्य भूमि पर पहला हक गरीब, दलित, मजदूर, खेतिहर मजदूर का होना चाहिए लेकिन उस पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है लेकिन प्रशासन मौन बैठा है। यदि प्रशासन ने सुनवाई नहीं करी तो गांव-गांव जाकर लोगों को लामबंद कर प्रशासन से लड़ने का काम करेंगे। वही प्रीति सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं के साथ समाज में दोयम दर्जे का व्यवहार होता है और दलित महिलाएं तो दलित और महिला होने का दोहरा दंस झेलती हैं, सरकार ने लाडली बहना के नाम पर वोट हासिल कर सत्ता हासिल की लेकिन ग्रामीण इलाकों में अधिकतर महिलाओं को लाड़ली बहना की राशि से वंचित किया गया है। मुख्यमंत्री ने 1250 से बढ़कर ₹3000 करने का जो वादा किया था उसे भी पूरा नहीं किया गया है। पीडीएस प्रणाली के तहत मिलने वाले राशन में भी कोटेदार द्वारा 5 किलो की जगह 3 किलो की तोला जाता है। राशन की नई पर्ची नहीं बनाई जा रही हैं। यह सारी समस्याएं पूरे प्रदेश में व्याप्त है और इन समस्याओं से लड़ने के लिए हम सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है।
सभा को रामचरण लंबरदार एवं के के राय ने भी संबोधित किया | कार्यक्रम का संचालन लोकेंद्र सिंह जाटव द्वारा किया गया घेराव के बाद नरयावली तहसीलदार बहादुर सिंह को 8 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। तहसीलदार महोदय ने उपस्थित नेताओं को आश्वासन दिया कि उक्त मांगों पर जांच कर कर जल्द ही कार्रवाई करेंगे।