
आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मीडिया, तकनीकी व नवाचार को बढ़ावा देंगे धीरज शर्मा के प्रयास
रचनाकारों का मंच, भारत की सांस्कृतिक शक्ति को करेगा उजागर
मुंबई। विश्व श्रव्य-दृश्य और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स 2025) का भव्य उद्घाटन आज मुंबई के जियो विश्व सम्मेलन केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। चार दिवसीय इस शिखर सम्मेलन का थीम ‘रचनाकारों को जोड़ना, देशों को जोड़ना’ है, जिसका उद्देश्य भारत को वैश्विक मनोरंजन और रचनात्मक नवाचार का केंद्र बनाना है। इस ऐतिहासिक आयोजन में टीएनएफ टुडे मीडिया समूह के संस्थापक और प्रधान संपादक धीरज शर्मा ने मीडिया के क्षेत्र में आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। उनके साथ में आईटी एक्सपर्ट अभिषेक अरुण गुप्ता व फिल्मी दुनिया में आगरा का नाम रोशन कर रहे सूरज तिवारी भी मौजूद रहे। इनकी उपस्थिति न केवल आगरा, बल्कि समूचे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए गर्व का क्षण है।
भारत की युवा प्रतिभाएं और तकनीकी प्रगति इस क्षेत्र में क्रांति लाएगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रेरणादायक उद्घाटन भाषण में कहा, “वेव्स केवल एक शिखर सम्मेलन नहीं, बल्कि एक वैश्विक मंच है, जो रचनाकारों, नवोन्मेषकों और सपने देखने वालों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। भारत की कहानियां विश्व स्तर पर अपनी छाप छोड़ रही हैं, और यह मंच उन्हें और सशक्त करेगा। हमारी सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता हमें वैश्विक मनोरंजन उद्योग का नेतृत्व करने की शक्ति देती है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की युवा प्रतिभाएं और तकनीकी प्रगति इस क्षेत्र में क्रांति लाएगी।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “यह शिखर सम्मेलन भारत को रचनात्मक अर्थव्यवस्था का नेतृत्व करने वाला देश बनाएगा। हमारी नीतियां और तकनीकी प्रगति इसे संभव बना रही हैं।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने संबोधन में कहा, “मुंबई न केवल भारत की आर्थिक राजधानी है, बल्कि यह रचनात्मकता और मनोरंजन का वैश्विक केंद्र भी है। वेव्स इसे और मजबूत करेगा।”
शिखर सम्मेलन में 100 से अधिक देशों के 10,000 से ज्यादा प्रतिनिधि, 1,000 रचनाकार, 300 कंपनियां और 350 नवउद्यम हिस्सा ले रहे हैं। पहले दिन का आकर्षण ऑस्कर विजेता संगीतकार एमएम कीरावानी के 30 सदस्यीय संगीत समूह, शारद केलकर द्वारा प्रस्तुत ‘सूत्रधार पुनर्जनन’, और विश्व मोहन भट्ट, येल्ला वेंकटेश्वर राव, रोनू मजूमदार, श्रेया घोषाल, टेटसियो बहनें, झाला, किंग और एलन वॉकर के प्रदर्शन रहे। धीरज शर्मा की उपस्थिति ने शिखर सम्मेलन में आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को विशेष पहचान दिलाई। टीएनएफ टुडे मीडिया समूह के माध्यम से वह लंबे समय से पत्रकारिता और मीडिया क्षेत्र में नवाचार कर रहे हैं। उनकी भागीदारी न केवल क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि छोटे शहरों के युवा वैश्विक मंचों पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं। धीरज ने उद्घाटन समारोह के दौरान बॉलीवुड के दिग्गजों—रणबीर कपूर, राजकुमार राव, करण जौहर, आलिया भट्ट और अनिल कपूर—से मुलाकात की और आगरा के विकास, विशेष रूप से पर्यटन, कला और संस्कृति के क्षेत्र में संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा, “आगरा केवल ताजमहल तक सीमित नहीं है। यहां की कला, संस्कृति और युवा प्रतिभाएं विश्व स्तर पर पहचान बना सकती हैं। वेव्स जैसे मंच हमें तकनीक और मीडिया क्षेत्र में नई संभावनाएं तलाशने का अवसर देते हैं। मैं चाहता हूं कि आगरा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवा इन अवसरों का लाभ उठाएं और वैश्विक रचनात्मक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनें।
धीरज शर्मा ने बॉलीवुड हस्तियों संग की चर्चा
धीरज शर्मा ने शिखर सम्मेलन में बॉलीवुड हस्तियों के साथ गहन चर्चा की। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ उनकी बातचीत में आगरा को फिल्म निर्माण और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए प्रमुख केंद्र बनाने पर जोर दिया गया। करण जौहर ने धीरज के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “आगरा जैसे शहरों से आने वाले युवा उद्यमी मीडिया और मनोरंजन उद्योग में क्रांति ला सकते हैं। राजकुमार राव ने आगरा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सिनेमा के माध्यम से वैश्विक मंच तक ले जाने की संभावनाओं पर विचार साझा किए, जबकि अनिल कपूर ने स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण और तकनीकी संसाधनों की आवश्यकता पर बल दिया।
धीरज ने आगरा के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए फिल्म और डिजिटल मीडिया की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि आगरा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के फिल्म स्टूडियो और रचनात्मक केंद्र स्थापित किए जा सकते हैं, जो न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेंगे।
शिखर सम्मेलन की प्रमुख विशेषताएं
शिखर सम्मेलन के पहले दिन कई महत्वपूर्ण सत्र आयोजित हुए। ‘दिग्गज और विरासत: वे कहानियां जिन्होंने भारत की आत्मा को गढ़ा’ सत्र में हेमा मालिनी, मिथुन चक्रवर्ती, रजनीकांत, मोहनलाल और चिरंजीवी ने हिस्सा लिया, जिसे अक्षय कुमार ने संचालित किया। इसके बाद ‘नया मुख्यधारा: सीमाओं को तोड़ना, दिग्गज बनाना’ सत्र में एसएस राजामौली, अनिल कपूर, आलिया भट्ट, विक्की कौशल और एआर रहमान ने भाग लिया, जिसे करण जौहर ने संचालित किया। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण के साथ ‘यात्रा: बाहरी से शासक तक’ सत्र ने दर्शकों का ध्यान खींचा।
प्रधानमंत्री ने ‘भारत मंडप’ का उद्घाटन किया, जो भारत की कहानी कहने की यात्रा को कला से कोड तक दर्शाता है। इसके अलावा, 32 ‘भारत में रचनात्मकता’ चुनौती के विजेताओं को वेव्स पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। शिखर सम्मेलन में डिजिटल युग में प्रसारण नियमन, कॉपीराइट, कृत्रिम बुद्धिमत्ता की भूमिका, सिनेमाघरों में रिलीज का भविष्य और (एनीमेशन, दृश्य प्रभाव, गेमिंग, कॉमिक्स और विस्तारित वास्तविकता) क्षेत्र के विकास जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
समापन और भविष्य की राह
वेव्स शिखर सम्मेलन 2025 को मुंबई में स्थायी रूप से आयोजित करने की योजना है, जिसे मनोरंजन उद्योग के लिए डावोस के समकक्ष माना जा रहा है। यह शिखर सम्मेलन न केवल भारत के रचनात्मक उद्योग को बढ़ावा देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय कहानियों और संस्कृति को भी प्रचारित करेगा। धीरज शर्मा जैसे युवा उद्यमियों की भागीदारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उद्घाटन समारोह में इन हस्तियों की रही प्रमुख उपस्थिति
वेव्स शिखर सम्मेलन 2025 के उद्घाटन समारोह में अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री: रचनात्मक अर्थव्यवस्था पर जोर।
देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र मुख्यमंत्री: मुंबई को वैश्विक रचनात्मक केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया।
रणबीर कपूर, अभिनेता फिल्म निर्माण पर चर्चा।
आलिया भट्ट, अभिनेत्री: सांस्कृतिक आयोजनों और रचनात्मकता पर विचार।
करण जौहर, फिल्म निर्माता-निर्देशक: युवा उद्यमियों को प्रेरित किया।
राजकुमार राव, अभिनेता: सांस्कृतिक विरासत को सिनेमा में प्रस्तुत करने पर जोर।
अनिल कपूर, अभिनेता: स्थानीय प्रतिभाओं के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल।
शाहरुख खान, अभिनेता: ‘यात्रा: बाहरी से शासक तक’ सत्र में हिस्सा।
दीपिका पादुकोण, अभिनेत्री: वैश्विक मंच पर भारतीय कहानियों की प्रस्तुति।
अक्षय कुमार, अभिनेता: ‘दिग्गज और विरासत’ सत्र का संचालन।
एसएस राजामौली, निर्देशक: नया मुख्यधारा सत्र में योगदान।
विक्की कौशल, अभिनेता: रचनात्मक नवाचार पर विचार।
एआर रहमान, संगीतकार: भारतीय संगीत की वैश्विक पहुंच पर विचार।
हेमा मालिनी, अभिनेत्री: सांस्कृतिक विरासत पर सत्र में हिस्सा।
मिथुन चक्रवर्ती, अभिनेता: भारतीय सिनेमा की यात्रा पर विचार।
रजनीकांत, अभिनेता: क्षेत्रीय सिनेमा की वैश्विक पहचान पर जोर।
मोहनलाल, अभिनेता: कहानी कहने की कला पर विचार।
चिरंजीवी, अभिनेता: भारतीय सिनेमा के विकास पर चर्चा।